Hindenburg Research की नई रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, किस किस के नाम, जानिए पूरी डिटेल

Global jurist
0

 Hindenburg Research की नई रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, किस किस के नाम, जानिए पूरी डिटेल:


मार्केट रेगुलेटर सेबी की चेयरपरेसन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.


इसके अलावा रिपोर्ट में धवल बुच, गौतम अदाणी, ब्लैकस्टोन, Embassy Reit और IIFL के नाम हैं.


अदाणी ग्रुप पर कई आरोप लगाने के डेढ़ साल बाद हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक नई रिपोर्ट जारी की है. इस बार हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में मार्केट रेगुलेटर सेबी की चेयरपरेसन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके अलावा रिपोर्ट में धवल बुच, गौतम अदाणी, ब्लैकस्टोन, Embassy Reit और IIFL के नाम हैं. रिपोर्ट में हिंडनबर्ग का दावा है कि सेबी चीफ की अदाणी से जुड़ी ऑफशोर एंटिटी में हिस्सेदारी थी. कहा गया है ''व्हिसलब्लोअर डॉक्यूमेंट से पता चला है कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी बुच और उनके पति की 'Adani siphoning scandal' में इस्तेमाल की गई ऑफशोर एंटिटी में हिस्सेदारी थी.''

हिंडनबर्ग ने दावा किया कि 40 से अधिक स्वतंत्र मीडिया रिपोर्ट में कई सबूत पेश किए गए लेकिन सेबी ने अदाणी ग्रुप के खिलाफ कोई पब्लिक एक्शन नही लिया. रिपोर्ट में कहा गया है ''उन्हें व्हिसलब्लोअर दस्तावेज प्राप्त हुए हैं, जिनसे पता चला है कि सेबी चेयरपर्सन और उनके पति धवल बुच के पास अदाणी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट बरमूडा और मॉरीशस फंड में हिस्सेदारी थी.''


चुपचाप अपने पति को शेयर ट्रांसफर


रिपोर्ट के अनुसार ''अप्रैल 2017 से मार्च 2022 तक बुच की अगोरा पार्टनर्स नामक एक ऑफशोर सिंगापुर की कंसल्टिंग फर्म में 100 फीसदी हिस्सेदारी थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 16 मार्च, 2022 को, चेयरपर्सन के रूप में उनकी नियुक्ति के दो सप्ताह बाद, उन्होंने चुपचाप अपने पति को शेयर ट्रांसफर कर दिए.''


रिपोर्ट में कहा गया है ''इस ऑफशोर सिंगापुर की एंटिटी को फाइनेंशियल स्टेटमेंट का खुलासा करने से छूट प्राप्त है, इसलिए यह स्पष्ट नहीं है कि यह अपने कंसल्टिंग बिजनेस से कितना रेवेन्यू प्राप्त करती है और किससे प्राप्त करती है. चेयरपर्सन के एक्सटर्नल बिजनेस इंटरेस्ट का ईमानदारी का आकलन करने वालों के लिए यह महत्वपूर्ण जानकारी है.''


सेबी चेयरपर्न के पति का धवल बुच का जिक्र


रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि 2019 में बुच के पति को ब्लैकस्टोन का एडवाइजर नियुक्त किया गया था, जो एक ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म है जो REITs में सबसे बड़े निवेशकों में से एक रही है. रिपोर्ट के अनुसार ''रेलेवेंट एक्सपीरिएंस न होने के बावजूद ब्लैकस्टोन ने बुच के पति को सीनियर एडवाइजर नियुक्त किया. धवल बुच के कार्यकाल के दौरान, सेबी ने प्रमुख REIT रेगुलेटरी बदलावों को मंजूरी दी और सुविधा प्रदान की. इन बदलावों के दम पर ब्लैकस्टोन ने Embassy REIT में अपनी पूरी हिस्सेदारी $853 मिलियन में बेच दी.''

रिपोर्ट में कहा गया है ''धवल बुच के सीनियर एडवाइजर के रूप में कार्यकाल के दौरान, जबकि उनकी पत्नी सेबी की अधिकारी थीं, ब्लैकस्टोन ने ‘माइंडस्पेस एंड नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट’ को स्पॉन्सर किया, जो भारत का दूसरा और चौथा REIT था जिसे पब्लिकली आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी मिली.''

हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा, ''हमें इस बात का अहसास नहीं था कि वर्तमान सेबी चेयरपर्न के पास ठीक उन्हीं अस्पष्ट ऑफशोर बरमूडा और मॉरीशस फंड्स में छिपी हुई हिस्सेदारी थी, जो उसी कॉम्पलैक्स नेस्टेड स्ट्रक्चर में पाए गए थे, जिसका इस्तेमाल विनोद अदाणी द्वारा किया गया था.'

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top