*टनल नंबर 17 के बाहर प्रभावित ग्रामीणों का धरना, क्रमिक अनशन का दूसरा दिन*

Global jurist
0
*टनल नंबर 17 के बाहर प्रभावित ग्रामीणों का धरना, क्रमिक अनशन का दूसरा दिन*

बिलासपुर, 15 जून। भानुपल्ली बैरी रेलवे टनल प्रभावित एवं विस्थापित भूमि अधिग्रहण मंच, बध्यात, नोग गांव बिलासपुर के तत्वाधान में प्रभावित परिवारों नें रेलवे टनल नंबर 17 के बाहर धरने पर आज एक महत्वपूर्ण बैठक कौशल्या देवी की अध्यक्षता में हुई, जिसमें आंदोलन की अगली रणनीति और स्थानीय संगठनों सामाजिक लोगों की लगातार मिल रहे समर्थन के लिए भी आभार जताया।
 
*घरों में आई दरारें, सुरक्षा के नहीं कोई इंतजाम*

उपाध्यक्ष देवी राम ने बताया कि टनल निर्माण से टनल के ऊपर ग्रामीणों के घरों में दरारें आ गई हैं जबकि ना तो उनके परिवारों की सुरक्षा के कोई इंतजाम किए गए और ना ही उनकी भूमि का अधिग्रहण किया गया है जो की बड़े स्तर पर ग्रामीण परिवारों व भूमि मालिकों के साथ धोखा भी है, बीपीएल परिवारों के घरों में दरारें व घरों का नुकसान होने से डरे हुए लोगों ने रेलवे टनल कंपनी, RBNL व जिला प्रशासन द्वारा उनकी समस्याओं का निराकरण पिछले 1 साल से बार-बार बताने के बावजूद भी नहीं किया, और लगातार लोगों को झूठे आश्वासन देकर ठगा जा रहा है।

*कंपनी के लोगों का कहना कुछ नहीं उखाड़ सकता प्रशासन*

मंच के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि निर्माण कार्य में लगी मैक्स इंफ्रा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बेहद प्रभावशाली कंपनी है, कंपनी में कार्ययत लोग सरेआम यह कहते हैं कि जिला प्रशासन उनका कुछ भी नहीं उखाड़ सकता क्योंकि उनकी पहुंच पहुंच सीधी दिल्ली तक है। 

*डर के साए में जीने को मजबूर प्रभावित ग्रामीण*
 
माया देवी ने भी प्रशासन से मांग उठाई कि पूरा गांव खतरे में है और सभी परिवार डर के साए में जीने को मजबूत है इसलिए इस समस्या का निराकरण जब तक नहीं किया जाता तब तक सभी गांव के लोग अपने गाय भैंस बकरियां बच्चों सहित टनल के मुख्य गेट पर उनकी मांगे पूरी होने तक गर्मी बारिश में भी बैठे रहेंगे।

*अब तक प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं, क्रमिक अनशन का दूसरा दिन*

कंपनी के अधिकारियों की लापरवाही और झूठे आश्वासनों की वजह से पिछले 15 दिनों से और टनल का काम रोक कर शांतिप्रिय तरीके से बैठे हैं, और लगातार रेलवे कंपनी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं, रेलवे टनल नंबर 17 के बाहर पिछले 15 दिन से धरने पर बैठे लोगों द्वारा प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही न करने के बाद अब पिछले कल से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी गई है, आपको बता दें कि आज क्रमिक भूख हड़ताल का दूसरा दिन है।

*अंतिम सांस तक लड़ेंगे लड़ाई*

आपको बता दें रेलवे टनल प्रभावित ग्रामीणों का कहना है कि अंतिम सांस तक अपने हकों की लड़ाई लड़ेंगे।उन्होंने कहा रेलवे विभाग राज्य सरकार और जिला प्रशासन तुरंत प्रभावित परिवारों के घरों व भूमि का अधिग्रहण करें। रेलवे और टनल कंपनी की लापरवाही से घरों में दरारें आने के कारण डर के साए में लोग जीने को मजबूर है। पिछले 15 दिनों से रेलवे टनल के बाहर तंबू लगाकर बैठे हुए है लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब ग्रामीणों ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। 

मंच के सभी लोगों ने जिला की कांग्रेस और भाजपा पार्टी के साथ अन्य सभी पार्टियों के नेताओं और स्थानीय क्षेत्र के चुने हुए जनप्रतिनिधियों को भी इस अति संवेदनशील और गरीब लोगों के परिवारों को राहत और न्याय दिलाने के लिए प्रयास कर उनके कंधे के साथ कंधा मिलाकर साथ देना चाहिए और अपने-अपने स्तर पर यह मामला राज्य और केंद्र सरकार के समक्ष पहुंचाना चाहिए। आज क्रमिक भूख हड़ताल पर अजय कुमार विजय कुमार नानक चंद शारदा देवी और विमला देवी बैठे है।

बैठक में निम्नलिखित लोग उपस्थित रहे अध्यक्ष अजय कुमार,उपाध्यक्ष देवी राम, सचिव कौशल्या देवी, सह सचिव सावित्री देवी, सुशील ठाकुर,अनिल कुमार, माया देवी सुनीता देवी, कानूनी सलाहकार अधिवक्ता रजनीश शर्मा, राकेश चौहान,अखिल शर्मा,विक्रम ठाकुर, संजय कुमार इत्यादि ने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री हिमाचल से मांग की है उनके घरों में रेलवे टनल से आई दरारें के संगीन मामले में तुरंत हाई पावर कमेटी का गठन कर ग्रामीण परिवारों की भूमि का अधिग्रहण कर विस्थापन एवं पुनर्विस्थापन प्लान को मौके पर लिखित रूप में निराकरण करवा कर लोगों की जन समस्या का हल करना चाहिए।

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top