हिमाचल प्रदेश में खेल पॉलिसी के नाम पर युवाओं से धोखा:
अर्की में अंबुजा और अल्ट्राटेक दो सीमेंट कंपनियां होने के बावजूद भी खिलाड़ियों को प्रशासन और सरकार आज तक नहीं उपलब्ध करवा सकी बेहतर खेल मैदान,
यह वही अर्की है जहां के पूर्व विधायक वीरभद्र सिंह जी स्वयं थे,
क्या अर्की विधानसभा में लोगों की जन समस्याओं का निवारण इस व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर बनी सरकार में हो पाएगा..! बड़ा सवाल..?
सरकार कोई भी हो कांग्रेस हो या पूर्व की भाजपा सरकार हो खेलों की अगर बात की जाए तो नेता पंचायत स्तर पर युवाओं को बुजुर्गों को खेल मैदान उपलब्ध कराने में पूर्ण रूप से नाकाम रहे हैं,
गौरतलब है कि अर्की से विधायक संजय अवस्थी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के बेहद करीबी माने जाते हैं लेकिन यह भविष्य के गर्त में है कि खेल पॉलिसी तथा युवाओं को पंचायत स्तर पर खेलो से जोड़ने हेतु सरकार विधायक किस प्रकार से अपनी भूमिका निभाएंगे,
प्रदेश के सामाजिक संगठनों के लोग और जागरूक लोगों के सराहनीय प्रयासों से हमेशा ही खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती रही हैं जिसमें बच्चों को खेलने की मौके के साथ-साथ प्रतियोगिताओं में भाग लेने का प्रशिक्षण भी प्राप्त हो जाता है,